Saturday, June 1, 2024

श्री राम स्तुति (Shri Ram Stuti)

 

श्री राम स्तुति (Shri Ram Stuti)



श्रीरामचन्द्र कृपालु भजुमन हरणभवभयदारुणं |
नवकंज लोचन कंज मुखकर, कंज पद कन्जारुणम् ||

कन्दर्प अगणित अमित छवि नवनीलनीरदसुन्दरं |
पटपीतमानहु तडित रूचिशुचि नौमिजनकसुतावरं ||

भजुदीनबन्धु दिनेश दानवदैत्यवंशनिकन्दनं |
रघुनन्द आनन्दकन्द कोशलचन्द्र दशरथनन्दनं ||

सिरमुकुटकुण्डल तिलकचारू उदारुअंगविभूषणं |
आजानुभुज शरचापधर संग्रामजितखरदूषणं ||

इति वदति तुलसीदास शङकरशेषमुनिमनरंजनं |
ममहृदयकंजनिवासकुरु कामादिखलदलगञजनं ||

मनु जाहि राचेउ मिलिहि सो बरु सहज सुन्दर सावरो |
करुना निधान सुजान सीलु सनेहु जानत रावरो ||

एही भाँति गौरी असीस सुनी सिय सहित हिय हरषींअली |
तुलसी भवानी पूजी पुनि-पुनि मुदित मन मन्दिर चली ||

जानी गौरी अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि |
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे |

***सियावर राम चन्द्र जी की जय***पवनसुत हनुमान जी की जय***


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